Tuesday 27 September 2011


13 comments:

  1. लगता है आपकी कलम से कुछ नया पढ़ने को मिलेगा।

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  2. बहुत सुन्दर प्रस्तुति|
    नवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनाएं|

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  3. आपके पोस्ट पर पहली बार आया हूँ । .प्रस्तुति अच्छी लगी धन्यवाद ।

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  4. आपने बहुत सटीक तरीके से शाही उपवास के माध्यम से वर्तमान स्थितियों का आकलन किया है .....!

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  5. मान्यवर आपका यह आलेख एक अच्छी शुरुआत के बाद मोदी प्रतिमा भंजन में तबदील हुआ एक आग्रह मूलक लेख है जिसमे निष्कर्ष पहले निकाले गए हैं तर्क बाद में जुटाएं हैं .और समापन वाक्य में आपकी यह मंशा बिलकुल साफ़ हो जाती है मोदी का राष्ट्रीय भाषा में संवाद भी आपको खटकता है .कौन सी मोदी ग्रंथि है यह ?कृपया बतलाएं .

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  6. उपवास पर बहुत सुन्दर आलेख पढ़ने को मिला .आभार.
    नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें.

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  7. विचारोत्तेजक आलेख के लिए बधाईयाँ ....
    नवरात्रि की बहुत बहुत शुभकामनाएं ...

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  8. गांधी जी होते तो इस शाही उपवास के विरोध में 21 दिनों का फकीरी उपवास जरूर रखते।
    शाही उपवास की पोल खोल दी आपने।
    अभिनेता नेता बन रहे हैं और नेता अभिनेता ! वाह, भारत, वाह !

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  9. उपवास के नाम पर राजनीति हो रही है ये ... देश का भला नही होने वाला इससे ...

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  10. विजया दशमी पर्व आप सब को मंगलमय एवं शुभ हो ।

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  11. अन्ना और मोदी के उपवास गांधी का मखौल उड़ाते हैं।

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